Tuesday, December 9, 2008

10Dec2008

सरदार जी रास्ते में चले जा रहे थे, अचानक अपने पैर बचाते हुए आगे बाद गए, थोडा आगे गए फ़िर मुड़ कर वापस आए और बोले ये चीज मैंने कही देखी हैं, पर नाम याद नही आ रहा, थोडी देर सोचा फ़िर आगे बढ़ गए, फ़िर वापस आए फ़िर हाथ लगा कर देखा, फ़िर बोले यार लगता तो वो हैं, फ़िर आगे बाद गए, फ़िर वापस आए, और फ़िर सरदार जी ने उस चीज को थोड़ा सा खा लिया, फ़िर बोले - साला गोबर ही हैं, अच्छा हुआ की पैर पर नही लगा!

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