शराब के नुकसान
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एक व्यक्ति शराबखाने में बैठा हुआ कुछ सोच रहा था। तभी उसे एक कोने में एक जादुई चिराग दिखाई पड़ा। वह चिराग के पास गया और उसे हिलाकर देखने लगा।
उस चिराग से एक जिन्न निकला। उसने उसकी किसी तीन ख्वाहिशों के बारे में पूछा। उसने कुछ देर सोचा फिर बोला, "मैं ऐसी शराब की बोतल चाहता हूं जिसमें शराब कभी खत्म न हो।"
जिन्न ने हवा में हाथ लहराया। मेज पर शराब से भरी बोतल आ गई। उसने बोतल की सारी शराब पी ली। लेकिन बोतल खाली नहीं हुई, वह पहले की तरह ही भरी रही। वो बड़ा खुश हुआ
तब जिन्न ने उससे उसकी दूसरी और तीसरी ख्वाहिशों के बारे में पूछा। कुछ सोचकर कहा, "शराब की ऐसी दो और बोतलें आ जाएं।"
Thursday, January 29, 2009
Wednesday, January 28, 2009
29Jan2009
मकानमालिक, संता के काम से बहुत खुश था। मकान की पुताई खत्म करने के बाद जब संता मालिक के पास मजदूरी के लिए आया तो मकान मालिक ने कहा, "तुमने बहुत अच्छी पुताई की है। यह लो तुम्हारी मजदूरी और यह 500 रुपए अलग से। पत्नी को बाहर खाने पर ले जाओ।"
संता ने हिचकिचाते हुए कहा, "नहीं सरकार यह कैसे होगा। यह मैं नहीं कर सकता।"
"मैं कहता हूं न। ऐसा करने से मुझे अच्छा लगेगा।"
कुछ सोच कर उसने कहा, "ठीक है आपकी खुशी के लिए मैं यह कर लूंगा।"
उस रात मकानमालिक के दरवाजे की घंटी बजी। उसने दरवाजा खोला तो संता को हाथ में फूलों के गुलदस्ते के साथ खड़ा पाया। उसने सोचा संता कुछ भूल गया है, वही लेने आया है।
"कुछ छूट गया है?"
संता ने कहा, "नहीं। आपने ही तो कहा था हुजूर, सो आपकी पत्नी को लेने आया हूं।"
संता ने हिचकिचाते हुए कहा, "नहीं सरकार यह कैसे होगा। यह मैं नहीं कर सकता।"
"मैं कहता हूं न। ऐसा करने से मुझे अच्छा लगेगा।"
कुछ सोच कर उसने कहा, "ठीक है आपकी खुशी के लिए मैं यह कर लूंगा।"
उस रात मकानमालिक के दरवाजे की घंटी बजी। उसने दरवाजा खोला तो संता को हाथ में फूलों के गुलदस्ते के साथ खड़ा पाया। उसने सोचा संता कुछ भूल गया है, वही लेने आया है।
"कुछ छूट गया है?"
संता ने कहा, "नहीं। आपने ही तो कहा था हुजूर, सो आपकी पत्नी को लेने आया हूं।"
Tuesday, January 27, 2009
28Jan2009
पिता :- आपने ५ साल के बच्चे को "ये देखो तुम ने मेरी कमीज पर स्याही गिरा दी"
पुत्र :- भोलेपन से "पर पिताजी आपने ही तो कहा था की स्याही महंगी नही आती अब मुझे डाट क्यों रहे हो"
पुत्र :- भोलेपन से "पर पिताजी आपने ही तो कहा था की स्याही महंगी नही आती अब मुझे डाट क्यों रहे हो"
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